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राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर गोरखपुर विश्विद्यालय में विशेष व्याख्यान सम्पन्न

गोरखपुर: राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय में ‘प्रेस परिषद की प्रासंगिकता’ विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया.कार्यक्रम की शुरुवात गणेश प्रतिमा के सामने मुख्य अतिथि राज्य सूचना आयुक्त श्री हर्षवर्धन शाही एवं विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो० पूनम टंडन द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया. मुख्य सूचना आयुक्त श्री हर्षवर्धन शाही एवं कुलपति प्रो0 पूनम टंडन का स्मृति चिन्ह देकर हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो. दीपक त्यागी एवं पत्रकारिता विभाग के समन्यवक प्रो. राजेश मल्ल ने स्वागत किया.

विश्विद्यालय की छात्राओं के द्वारा विश्विद्यालय के कुलगीत ‘दिव्य सुंदर पवन पवन’ का गायन किया गया.
कार्यक्रम में विश्विद्यालय की कुलपति प्रो0 पूनम टंडन ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि जल्द ही नई शिक्षा नीति के अनुसार पत्रकारिता के पाठ्यक्रम संचालित होंगे जिससे कोई भी छात्र किसी भी विश्विद्यालय में जाकर अपनी पढ़ाई कर सकता है. उन्होंने बताया कि पत्रकारिता के छात्रों को स्टूडियो की उपलब्धता जल्द कराई जाएगी. इसके अलावा पत्रकारिता से पी-एच. डी. की उपाधि का कार्यक्रम भी जल्द ही विश्विद्यालय में संचालित होगा.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री हर्षवर्धन शाही ने अपने संबोधन में कहा कि प्रेस परिषद उस बुजुर्ग की तरह है जो घर का मुखिया तो है लेकिन उसकी कोई सुनता नहीं है. पत्रकारिता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि पत्रकारिता आजकल ऐसी स्थिति में चली गई है जहां अब खुद को पत्रकार बताना मुश्किल हो गया है. पत्रकारिता में आजकल रेंगना पड़ रहा है. विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि प्रिंट मीडिया अपने अवसान की तरफ है. ऐसे में पत्रकारिता की गरिमा बनाये रखने की जरूरत है. पत्रकार को खुद में विद्यार्थियों के पंच लक्षणों को समाहित करने की आवश्यकता है.

हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 दीपक त्यागी ने अपने संबोधन में विश्विद्यालय की कुलपति प्रो० पूनम टंडन का पत्रकारिता के छात्रों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद दिया.

 

हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्रोफेसर अनिल राय ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्य अतिथि हर्षवर्धन शाही की बेबाक पत्रकारिता को पूरा गोरखपुर याद करता है. उन्होंने आगे कहा ‘जब पत्रकारिता परिषद की स्थापना की गई तब महसूस किया गया कि पत्रकारिता को सुचारु रूप से निगरानी के लिए स्वतन्त्र संस्था की आवश्यकता है. उन्होंने इमरजेंसी को याद करते हुए बताया कि उस समय प्रेस परिषद के भंग होना प्रेस के लिए गौरवशाली था क्योंकि पत्रकारिता के प्रतिबद्धता के कारण प्रेस परिषद को भंग किया गया.
कार्यक्रम में पत्रकारिता के विद्यार्थियों ने गोरखपुर विश्विद्यालय के स्वर्णिम इतिहास के बारे में तैयार किया गया रेडियो कार्यक्रम एवं स्त्री शिक्षा पर आधारित रेडियो नाटक का प्रस्तुतीकरण किया.

 

सलोनी एवं सोनी ने विश्विद्यालय कुलपति को उनका पोर्ट्रेट प्रदान किया. विश्विद्यालय छात्र होने के साथ पत्रकारिता कर रहे छात्रों निखिल तिवारी, वलीउल्लाह, अनुराग रंजन, वंदना तिवारी, सोनी पाठक, अखिलेश सिंह, विशाल चौबे, नवनीत मिश्रा, प्रकृति एवं चंदन शर्मा को मुख्य अतिथि एवं विश्विद्यालय कुलपति द्वारा अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मानित किया गया.

 

कार्यक्रम में पत्रकारिता के छात्रों द्वारा संचालित ‘विश्व संवाद’ अखबार का विमोचन किया गया. कार्यक्रम में विश्विद्यालय के प्रो० आयुष, प्रो० रजनीश चतुर्वेदी, नरगिस बानो, पुष्पजीत सिन्हा के अलावा विभाग के सभी शिक्षक एवं छात्र शामिल हुए. कार्यक्रम का संचालन प्रकृति त्रिपाठी ने किया. पत्रकारिता विभाग के समन्वयक प्रो० राजेश मल्ल ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया.

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